Dharm, Satta Aur Hinsa

Author: Ram Puniyani
Editor: Mithilesh
Edition: 2016, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Dharm, Satta Aur Hinsa
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बीते वर्षों के दौरान साम्प्रदायिकता का उभार भारतीय राजनीति में एक बड़े दावेदार के रूप में हुआ है। सो भी इतने ज़ोर-शोर से कि हमारे संवैधानिक ढाँचे के लिए ख़तरा बनता दिखाई दे रहा है। अन्तरराष्ट्रीय राजनीतिक विमर्श में भी उत्तरोत्तर धार्मिक शब्दावली का प्रयोग ज़्यादा दिखने लगा है। विश्व के भी मानवाधिकार आन्दोलन इसको एक बड़ी चुनौती के रूप में देख रहे हैं।

इस पुस्तक में शामिल सत्रह मौलिक आलेखों की पृष्ठभूमि यही है जिसमें अमेरिका पर सितम्बर 11 का हमला, अफ़ग़ानिस्तान और इराक़ पर अमेरिकी आक्रमण, दुनिया-भर में इस्लाम का शैतानीकरण और भारत के मुम्बई व गुजरात के दंगों को ख़ास तौर पर रेखांकित किया गया है।

ये आलेख बताते हैं कि भीड़ को धर्म के नाम पर भड़काकर वंचित समूहों के भीतर किसी भी विद्रोह की सम्भावना को कैसे असम्भव कर दिया जाता है और धर्म-आधारित राजनीति किस तरह आज उदारीकरण, भूमंडलीकरण और निजीकरण के साथ गठजोड़ करके चल रही है। यह पुस्तक मुस्लिम पिछड़ेपन के मिथक, हिन्दुत्व की विभाजनकारी राजनीति को आप्रवासियों की आर्थिक मदद आदि मुद्दों पर भी तथ्याधारित विचार करती है और अब आदिवासी, दलित और स्त्रियों के साथ अन्य अल्पसंख्यक समूह कैसे उसके निशाने पर आ रहे हैं, यह भी बताती है।

‘हिन्दुत्व’ पर लगभग हर कोण से विस्तृत परिदृश्य में प्रश्नवाचक समीक्षा करनेवाली यह पुस्तक राजनीति, समाजविज्ञान, इतिहास और धर्म आदि सभी क्षेत्र के अध्येताओं के लिए पठनीय है।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back, Paper Back
Publication Year 2016
Edition Year 2016, Ed. 1st
Pages 288p
Translator Not Selected
Editor Mithilesh
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 2
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Author: Ram Puniyani

राम पुनियानी

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में प्रोफ़ेसर रह चुके राम पुनियानी ‘सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ़ सोसाइटी एंड सेक्युलरिज़्म’ के सचिव हैं और साम्प्रदायिक एकता को लक्षित ‘एकता’ के सदस्य। इनके अलावा अनेक धर्मनिरपेक्ष आन्दोलनों और गतिविधियों में सक्रिय हिस्सेदारी। वर्षों से साम्प्रदायिकता और वाद इनके शोध और चिन्तन के विषय रहे हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में इस विषय पर लगातार लिखते भी रहे हैं।

‘कम्‍यूनल पॉलिटिक्स : फैक्ट्स वर्सस मिथ्स’, ‘द फ़ासिज़्म ऑफ़ संघ परिवार’, ‘द अदर
चीक : माइनॉरिटीज अंडर थ्रीट’, ‘कम्‍यूनल पॉलिटिक्स : एन इलस्ट्रेटेड प्राइमर’ आपकी प्रमुख

पुस्तकें हैं।

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