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Vartika Nanda

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वर्तिका नन्दा

जन्म : 17 अप्रैल, 1977

मीडिया यात्री, चिंतक और मीडिया शिक्षक। अपराध पत्रकारिता में एक स्थापित नाम। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज के पत्रकारिता विभाग में अध्यापन। इससे पहले 2003 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मास कम्यूनिकेशन, नई दिल्ली में तीन साल तक एसोसिएट प्रोफेसर (टेलीविजन पत्रकारिता)। पी-एच.डी. बलात्कार और प्रिंट मीडिया की रिपोर्टिंग को लेकर किए गए शोध पर।

दस साल की उम्र में जालंधर दूरदर्शन में बतौर एंकर एशिया की सबसे छोटी एंकर बनीं। टेलीविजन के साथ पूर्णकालिक जुड़ाव 1994 में जी टीवी से, फिर करीब 7 साल तक एनडीटीवी में काम, अपराध बीट की प्रमुखता। लोकसभा टीवी में बतौर एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर चैनल के गठन में निर्णायक भूमिका। संसद से सड़क तक जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों की एंकरिंग।

सहारा इंडिया मीडिया में बतौर प्रोग्रामिंग हेड। भारतीय जनसंचार संस्थान के कम्यूनिटी रेडियो के गठन में महत्त्वपूर्ण भूमिका।

प्रिंट मीडिया के तहत भारत सरकार की पत्रिका समाज कल्याण (हिंदी एवं अंग्रेजी) की संपादकीय सलाहकार। त्रैमासिक मीडिया जरनल कम्यूनिकेशन टुडे की एसोसिएट एडिटर।

प्रशिक्षक के तौर पर लाल बहादुर शास्त्री अकादमी, मसूरी, दिल्ली पुलिस, इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी सहित कई संस्थानों में प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के लिए मीडिया ट्रेनिंग वर्कशॉप्स का आयोजन।

मधुर दस्तक, थी.हूं..रहूंगी..., मरजानी, सं. : तिनका-तिनका तिहाड़ कविता-संग्रह प्रकाशित। इसके अलावा टेलीविजन और क्राइम रिपोर्टिंग, मीडिया और जनसंवाद, टेलीविजन और अपराध पत्रकारिता  जैसी पुस्तकें प्रकाशित व चर्चित।

भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार, स्त्री-शक्ति पुरस्कार, यूथ आइकॉन अवार्ड, ऋतुराज परंपरा सम्मान, डॉ राधाकृष्ण मीडिया अवार्ड, सुधा पत्रकारिता सम्मान आदि से सम्मानित।

नानकपुरा कुछ नहीं भूलता—महिला अपराध पर एक लघु फिल्म का निर्माण। विश्व हिंदी सम्मेलन, जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में रिलीज। बतौर मीडिया यात्री जर्मनी और बेल्जियम की यात्रा।

संपर्क : www.vartikananda.blogspot.com, nandavartika@gmail.com

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