एक बिलकुल नए अन्दाज़ में लिखी, अनेकों सवालों व कुछ जवाबों से जुड़ी हुई यह पुस्तक ‘क्यूँ’ आधुनिक हिन्दी कविता के क्षेत्र में, ख़ुद को कवयित्री ना माननेवाली सीमा सहोता का पहला प्रयास है। भाषा के नियमों से स्वतंत्र व सहज रूप से लिखी हुई ‘क्यूँ’ की कविताएँ, न सिर्फ़ पढ़नेवालों के मन को छू जाती हैं बल्कि पाठकों के मन में कई सवाल भी उठा जाती हैं। जैसे कहती हों, सवालों से क्यूँ डरना...सवाल ही वह रास्ता है, इनसानी भावनाओं का वो सफ़र है, जो दुःख, दर्द, आँसू, पीड़ा, आशा, निराशा, ख़ुशी व मुस्कान को छूता हुआ अन्ततः स्वयं व ईश्वर पर आकर थम जाता है।
Language | Hindi |
---|---|
Format | Hard Back |
Publication Year | 2007 |
Edition Year | 2007, Ed. 1st |
Pages | 113p |
Translator | Not Selected |
Editor | Not Selected |
Publisher | Radhakrishna Prakashan |
Dimensions | 22 X 14 X 1 |