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Sanjay Manharan Singh
2 Books
संजय मनहरण सिंह
संजय मनहरण सिंह का जन्म 28 दिसम्बर, 1970 को मानपुर, शहडोल, मध्यप्रदेश में हुआ। उन्होंने ‘इतिहास’ और ‘ग्राम विकास’ में परास्नातक और स्पेनिश-हिन्दी अनुवाद में एडवांस डिप्लोमा किया। नौकरी के सिलसिले में दिल्ली, रायगढ़, मुम्बई, बंगलुरु और वर्धा आदि शहरों में रहे। फिलहाल महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर रायगढ़, छत्तीसगढ़ में निवास। ‘देह की लोरियाँ’ उनका प्रकाशित कविता-संग्रह है।
‘कथादेश’, ‘पक्षधर’, ‘परिकथा’, ‘कथाक्रम’, ‘वागर्थ’ आदि पत्रिकाओं में उनकी कहानियाँ और कविताएँ प्रकाशित हैं। विपाशा अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत।