Ramvilas Paswan
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रामविलास पासवान
जन्म : 5 जुलाई, 1946 को ज़िला मुंगेर (बिहार) के अलौली प्रखंड के एक गाँव शहरबन्नी में।
शिक्षा : गाँव से पाँच किलोमीटर दूर जगमोहरा के प्राइमरी स्कूल में पाँचवीं तक, फिर गाँव के दक्षिण बघौना में मिडिल स्कूल तक की पढ़ाई पूरी की। खगड़िया में हाईस्कूल में दाख़िला लिया, और वहीं से कोसी कॉलेज में प्रवेश।
कॉलेज में ही राजनीतिक गतिविधियों के सम्पर्क में आए। पोस्ट ग्रेजुएशन करने जब पटना पहुँचे, तब उस समय चल रहे नक्सल आन्दोलन से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। लेकिन समय और अनुभव ने विचारधारा में एक नया मोड़ दिया, फलस्वरूप 1967 में ‘प्रजा सोशलिस्ट पार्टी’ से चुनाव लड़ रहे अपने मामा लक्ष्मी हजारी के चुनाव-प्रचार में बढ़-चढ़कर अपनी सक्रियता दिखाई। दो वर्षों के बाद ही 1969 में अलौली से विधानसभा चुनाव लड़े और जीत गए। लेकिन इसके बावजूद संसदीय लोकतंत्र में सही अर्थों में उनका विश्वास जेपी आन्दोलन से जुड़ने के बाद ही हुआ। लोहिया जी से तो वह पहले से ही प्रभावित थे, लेकिन इस आन्दोलन के ज़रिये जेपी सहित कई वरिष्ठ समाजवादी नेताओं के सम्पर्क में आए। जेपी की वजह से 1977 में लोकसभा का टिकट मिला, और इस तरह आप लोकसभा में पहली बार पहुँचे और ताज़िन्दगी सम्माननीय सांसद रहे।
‘लोक जनशक्ति पार्टी’ के अध्यक्ष रहे रामविलास पासवान कई मंत्रालयों की ज़िम्मेदारी निभाई। पहले श्रम और सामाजिक कल्याण मंत्रालय, फिर रेल मंत्रालय, संचार मंत्रालय, कोयला और खाद मंत्रालय, इस्पात, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय आदि।
सामाजिक गतिविधियाँ : युवाओं का काडर ‘दलित सेना’ का संचालन तथा ‘दलित सेना’ को निरन्तर वैचारिक ऊर्जा देने के लिए मासिक पत्रिका ‘न्याय चक्र’ का सम्पादन भी किया।
निधन : 8 अक्टूबर, 2020