Author

Mrinal Kanti Gangopadhyay

1 Books

मृणालकान्ति गंगोपाध्याय

मृणालकान्ति गंगोपाध्याय (जन्म : 1941), एम.ए., डी.लिट्., व्याकरणतीर्थ। पहले विश्वभारती विश्वविद्यालय में संस्कृत एवं दर्शनशास्त्र का अध्यापन। सम्प्रति कलकत्ता विश्वविद्यालय में संस्कृत के आशुतोष प्रोफ़ेसर।

प्रमुख कृतियाँ : ‘न्याय फ़िलॉसफ़ी (पाँच खंड), ‘विनीतदेवाज़ न्यायबिन्दु टीका’, ‘इंडियन एटॉमिज्म : हिस्ट्री एंड सोर्सेज़’, ‘इंडियन लॉजिक इन इट्स सोर्सेज़ एवं न्याय’ (वात्स्यायन-भाष्य सहित गौतम के ‘न्यायसूत्र’ का सम्पूर्ण अंग्रेज़ी अनुवाद)। भारतीय दार्शनिक अनुसन्धान परिषद द्वारा 1990 में प्रकाशित ‘चार्वाक/लोकायत’ (स्रोत-सामग्री एवं महत्त्वपूर्ण अध्ययनों की चयनिका, सम्पादक : देवीप्रसाद चट्टोपाध्याय) में सहयोग।

Back to Top