Mithilesh Kumari Mishra
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मिथिलेश कुमारी मिश्र
जन्म : 01 दिसम्बर, 1953
शिक्षा : हिन्दी में डी.लिट्.।
प्रमुख कृतियाँ : ‘देवयानी’, ‘दाक्षायणी’ (महाकाव्य); ‘श्रद्धांजलि’ (खंडकाव्य); ‘धनंजय विजय’ (हिन्दी), ‘आम्रपाली’ (संस्कृत), ‘दि योगी’ (अंग्रेज़ी) (नाटक); ‘सुजान’, ‘वैरागिन’, ‘लवंगी’, ‘अंजना’, ‘कबीर’ (उपन्यास); ‘छँटता कोहरा’ (लघुकथा); ‘चाँदी के चन्द्रमा’ (हिन्दी), ‘कामायनी’ (संस्कृत) (गीत-संग्रह)।
सम्पादन : बिहार राष्ट्रभाषा परिषद की निदेशक और परिषद की पत्रिका की सम्पादक रहीं। पटना की 135 वर्ष पुरानी संस्कृत की संस्था ‘संस्कृत संजीवन समाज’ की महासचिव होने के साथ संस्कृत शोध त्रैमासिकी ‘संस्कृत संजीवनम्’ की भी सम्पादक रहीं।
विशेष : ‘थाई रामायण’ का विश्व में पहला पद्यानुवाद करने पर थाईलैंड की राजकुमारी ने बैंकाक में हुए साहित्य समारोह में उन्हें सम्मानित किया। ‘गउडवहो’ का प्राकृत से हिन्दी में अनुवाद करनेवाली पहली रचनाकार हैं।
निधन : 9 अप्रैल, 2017