Manoj Mishra
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मनोज मिश्र
बिहार के पिछड़े इलाक़े पूर्वी चम्पारण के पजिअरवा गाँव के रहनेवाले मनोज मिश्र ने राँची विश्वविद्यालय से एम.कॉम करने के बाद 1985 में पत्रकारिता शुरू की। जुलाई 1986 में ‘जनसत्ता’ में अंशकालिक संवाददाता बने। 1989 में जनसत्ता के कार्यालय संवाददाता बनकर मेरठ गए। जून 1996 तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रिपोर्टिंग की। 1996 से दिल्ली ‘जनसत्ता’ में। पहले उप-मुख्य संवाददाता और फिर मुख्य संवाददाता की ज़िम्मेदारी। इस दौरान सामान्य रिपोर्टिंग के अलावा ‘जनसत्ता’ में विभिन्न विषयों पर उनके लेख, रपट प्रकाशित हुए। देश की कई महत्त्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं—‘नवभारत टाइम्स’, ‘दैनिक हिन्दुस्तान’, ‘दिनमान’, ‘चौथी दुनिया’ आदि में अनेक लेख प्रकाशित हुए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में काम करने के दौरान पुरस्कार मिले जिनमें उल्लेखनीय हैं—दिल्ली विधानसभा की रिपोर्टिंग के लिए वर्ष 2002 का ‘सर्वश्रेष्ठ रिपोर्टिंग पुरस्कार’ और दिल्ली में हिन्दी अकादमी का पत्रकारिता में योगदान के लिए पुरस्कार।
‘मैंने दंगा देखा’ उनकी अपनी रिपोर्ट पर आधारित एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण पुस्तक।