Kanak Tiwari
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कनक तिवारी
गांधी, विवेकानन्द, राममनोहर लोहिया और भगत सिंह से प्रभावित वरिष्ठ अधिवक्ता और लेखक कनक तिवारी गम्भीर और देशभक्त विचारक हैं। 26 जुलाई, 1940 को जन्मे कनक तिवारी ने अंग्रेज़ी साहित्य के प्राध्यापक के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत की। 8-9 वर्षों तक विभिन्न महाविद्यालयों में पढ़ाने के बाद ‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया’, ‘नवभारत टाइम्स’, ‘नवभारत’, ‘नागपुर टाइम्स’ आदि कई पत्रों के संवाददाता के रूप में पत्रकारिता की। 1971 में रविशंकर विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. की परीक्षा में स्वर्ण पदक लेकर वकालत का व्यवसाय चुना। फ़िलहाल सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन, बार एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया, छत्तीसगढ़ बार एसोसिएशन, इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट और इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ़ ज्यूरिस्ट्स के सक्रिय सदस्य हैं।
कनक तिवारी मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री, छत्तीसगढ़ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के कार्यकारी अध्यक्ष, मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम तथा मध्य प्रदेश गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं। मध्य प्रदेश में महात्मा गांधी एक सौ पच्चीसवाँ जन्मवर्ष समारोह समिति के राज्य समन्वयक भी रहे। लगभग नब्बे पुस्तक-पुस्तिकाओं का सम्पादन-प्रकाशन किया। पिछले 50 वर्षों से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लिखने के अतिरिक्त मानसेवी प्राध्यापक के रूप में कार्यरत हैं।
प्रमुख कृतियाँ : ‘संविधान का सच’, ‘काल इनमें ठहर गया है’, ‘फिर से हिन्द स्वरा’,
‘बस्तर : लाल क्रान्ति बनाम ग्रीन हंट’, ‘हिन्द स्वराज का सच’, ‘विवेकानन्द का जनधर्म’, ‘गांधी और पंचायती राज’ तथा ‘गांधी का देश’। प्रकाश्य पुस्तक : ‘संविधान की पड़ताल’।
सम्प्रति : अध्यक्ष—हिन्द स्वराज शोधपीठ, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता तथा जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर। संयोजक—छत्तीसगढ़ संस्कृति फ़ाउंडेशन तथा संरक्षक—‘संस्कार’ (साहित्यिक तथा सांस्कृतिक संस्था)।
ई-मेल : kanaktiwari.cg@gmail.com