Kalanath Shastri
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कलानाथ शास्त्री
जन्म : 15 जुलाई, 1936; जयपुर
हिन्दी, अंग्रेज़ी, संस्कृत आदि का आद्योपान्त अध्ययन, एम.ए. (अंग्रेज़ी), साहित्याचार्य, साहित्य रत्न आदि उपाधियाँ, विभिन्न भाषाओं और तुलनात्मक भाषाविज्ञान में अनुसन्धान।
राजस्थान सरकार के भाषा विभाग में उपनिदेशक, राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी में भाषा सम्पादक, स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रधानाचार्य, राजस्थान शासन के संस्कृत शिक्षा विभाग में निदेशक आदि पदों पर कार्य कर भाषा विभाग के निदेशक (1976-1994) पद से सेवानिवृत्त। राजस्थान संस्कृत अकादमी के अध्यक्ष (1995-98)। शासन हिन्दी विधायी समिति के सदस्य, ‘भारती’ संस्कृत मासिक के प्रधान सम्पादक, केन्द्रीय संस्कृत बोर्ड के सदस्य आदि के रूप में कार्यरत।
‘भाषा परिचय’, ‘आलोक’ आदि पत्रिकाओं के सम्पादन, वैज्ञानिक एवं पारिभाषिक शब्दावली आयोग की शब्दावलियों के संकलन तथा शासकीय शब्दावलियों, प्रारूपों, अनुवाद-कला आदि पर 48 ग्रन्थों द्वारा राजभाषा हिन्दी की साधना में संलग्न। स्तरीय पत्रिकाओं में 800 लेख एवं 200 शोध लेख हिन्दी में; शताधिक रचनाएँ एवं 200 लेख संस्कृत में; 30 लेख अंग्रेज़ी में प्रकाशित। ‘भारतीय संस्कृति’, ‘संस्कृति के वातायन’, ‘संस्कृत के गौरव-शिखर’, ‘संस्कृत साहित्य का इतिहास’, ‘आधुनिक संस्कृत गद्य’ आदि 12 ग्रन्थ हिन्दी में; ‘आख्यान वल्लरी’, ‘संस्कृत नाट्य वल्लरी’, ‘सुधीजन वृत्तम्’ आदि 8 ग्रन्थ संस्कृत में प्रकाशित। आकाशवाणी, दूरदर्शन आदि पर 500 से अधिक वार्ताएँ, चर्चाएँ आदि प्रसारित, 18 ग्रन्थ सम्पादित।
राजस्थान सरकार, भारत सरकार एवं साहित्यसेवी संस्थाओं की ओर से साहित्यसेवा के उपलक्ष्य में अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त। 1998 में संस्कृत वैदुष्य के लिए ‘राष्ट्रपति सम्मान’ प्राप्त। 66 साहित्यिक संस्थाओं से अध्यक्ष, संरक्षक, परामर्शक आदि के रूप में सम्बद्ध।