G. Gopinathan
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जी. गोपीनाथन
जन्म : जी. गोपीनाथन का जन्म 20 अप्रैल, 1943 को केरल के तिरुवनंतपुरम ज़िले के बलरामपुरम गाँव में हुआ था।
शिक्षा : हिन्दी में एम.ए., पीएच.डी. और डी.लिट्. की उपाधियाँ प्राप्त कीं।
जी. गोपीनाथन ने रूसी भाषा में डिप्लोमा प्राप्त कर कालिकट विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में प्राध्यापक, रीडर, प्रोफ़ेसर एवं विभागाध्यक्ष रहे। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा में कुलपति, फिनलैंड के हेलसिंकी विश्वविद्यालय और वारसॉ यूनिवर्सिटी पोलैंड में विज़िटिंग प्रोफ़ेसर रहे।
प्रकाशित प्रमुख कृतियाँ : ‘केरलियों की हिन्दी को देन’, ‘मलयालम की नई कविताएँ’, ‘अनुवाद : सिद्धान्त और प्रयोग’, ‘अनुवाद की समस्याएँ’, ‘केरल की सांस्कृतिक विरासत’, ‘क्रान्तिकारी सन्त श्रीनारायण गुरु की कविताएँ’, ‘विश्व भाषा हिन्दी की अस्मिता’ आदि।
उन्होंने ‘कालिकट यूनिवर्सिटी रिसर्च जर्नल’ (भाग 1, 2), ‘तुलनात्मक साहित्य विश्वकोश’, ‘बहुवचन’, ‘पुस्तक वार्त्ता’, ‘हिन्दी विमर्श’ का सम्पादन किया।
‘राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार’, ‘नातालि पुरस्कार’, ‘साहित्य साधना सम्मान’, ‘भाषा सेतु सम्मान’, ‘साहित्य वाचस्पति’, ‘कुसुम अहिन्दी भाषी हिन्दी सम्मान’, ‘सौहार्द सम्मान’ आदि अनेक सम्मानों से अलंकृत।
उन्होंने विश्व के प्रायः सभी प्रमुख देशों की अकादमिक यात्राएँ की हैं।