Bipin Bihari Mishra
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विपिन बिहारी मिश्र
जन्म : 1945, तालचेर (ओड़िसा)।
कर्मक्षेत्र : इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और उत्कल विश्वविद्यालय से विधि स्नातक। 1967 में आई.पी.एस. के लिए चयन। डायरेक्टर, विजिलेंस, डी.जी., सी.आई.एस.एफ. विशेष सचिव, गृह मंत्रालय जैसे तमाम महत्त्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्य। डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (ओड़िसा) भी रहे।
प्रमुख कृतियाँ : उपन्यास—‘शहरर उपकंठे’, ‘सुनंदार डायरी’ (हिन्दी में भी अनूदित), ‘दिगंतर पथे’, ‘कथा सेकालर’, ‘कथा एकालर’; कहानी-संग्रह—‘मनरमुकुर’, ‘गोमतीर शेष हस’, ‘असम्पूर्ण झंकार’, ‘बहु दिन परे’, ‘जन्म-मृत्यु ओ अन्यान्य गल्प’, ‘धुलि जमेथिबा बहिटिए’, ‘शपथ सान्तालर’, ‘मृत्यु शय्यार मानचित्र’, ‘अन्य एक कुरुक्षेत्र’; व्यंग्य—‘दारोगा साहित्यिक’, ‘हसर गोधुलि’; बाल-साहित्य—‘गर्बरू पराभव’, ‘बिचित्र जीब-जगत’, ‘बिचित्र जीब-जन्तु’ (चार खंड); निबन्ध—‘समयर सारेगामा’; रम्य रचना— ‘तिर्यक दृष्टि’।
अनुवाद : ‘यू कैन विन’ व एक अंग्रेज़ी उपन्यास ओड़िया में अनुवाद। इसके अलावा लेखक की रचनाएँ विभिन्न भाषाओं में अनूदित।
सम्मान : दैनिक आशा की ओर से ‘श्रेष्ठ प्राबंधिक’, दैनिक धरित्री की ओर से ‘श्रेष्ठ गाल्पिक सम्मान’, फल्गु साहित्य संसद ब्रह्मपुर की ओर से ‘श्रेष्ठ गाल्पिक’, ओड़िसा साहित्य अकादेमी की ओर से उपन्यास ‘शहर के हाशिए पर’ के लिए ‘अकादेमी सम्मान’, ‘वर्तिका सम्मान’, ‘कवि शेखर चिन्तामणि सम्मान’ व ‘विषुव सम्मान’, ‘प्रजापति सम्मान’, ‘श्रेष्ठ जनप्रिय विज्ञान पुस्तक सम्मान’ व ओड़िसा का सबसे प्रतिष्ठित ‘साहित्यिक सारला सम्मान’ आदि।