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Archana Verma
3 Books
अर्चना वर्मा
जन्म : 6 अप्रैल, 1940
कवि, कथाकार-आलोचक अर्चना वर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा कॉलेज में हिन्दी विभाग में प्राध्यापक थीं।
वे 22 वर्षों तक ‘हंस’ से जुड़ी रहीं। ‘कथादेश’ पत्रिका में भी महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। ‘निराला के सृजन सीमान्त’ और ‘अस्मिता विमर्श का स्त्री-स्वर’ आलोचना की महत्त्वपूर्ण पुस्तकें।
दो कहानी-संग्रह (स्थगित, राजपाट और अन्य कहानियाँ) और दो कविता-संग्रह (कुछ दूर तक, लौटा है विजेता) प्रकाशित हैं।
निधन : 16 फरवरी, 2019