Amrendra Narayan
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अमरेन्द्र नारायण
अमरेन्द्र नारायण एशिया एवं प्रशान्त क्षेत्र के अन्तरराष्ट्रीय दूर संचार संगठन एशिया पैसिफ़िक टेली कॉम्युनिटी के भूतपूर्व महासचिव एवं भारतीय दूर संचार सेवा के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उनकी सेवाओं की प्रशंसा करते हुए उन्हें भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने ‘स्वर्ण पदक’ से और संयुक्त राष्ट्र संघ की विशेष एजेंसी अन्तरराष्ट्रीय दूरसंचार संगठन ने टेली कॉम्युनिटी को ‘स्वर्ण पदक’ से तथा उन्हें व्यक्तिगत तौर पर ‘रजत पदक’ से सम्मानित किया।
श्री नारायण के अंग्रेज़ी उपन्यास—‘फ़्रैगरेंस बियॉन्ड बॉर्डर्स’ का उर्दू अनुवाद ‘ख़ुशबू सरहदों के पास’ नाम से प्रकाशित हो चुका है। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति महामहिम अब्दुल कलाम साहब, भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने इस पुस्तक की सराहना की है। महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह और फ़िजी के प्रवासी भारतीयों की स्थिति पर आधारित उनका ‘संघर्ष’ नामक उपन्यास काफ़ी लोकप्रिय हुआ है। उनकी पाँच काव्य-पुस्तकें—‘सिर्फ़ एक लालटेन जलती है’, ‘अनुभूति’, ‘थोड़ी बारिश दो’, ‘तुम्हारा भी, मेरा भी’ और ‘श्री हनुमत श्रद्धा सुमन’ पाठकों द्वारा प्रशंसित हो चुकी हैं।
श्री नारायण को अनेक साहित्यिक संस्थाओं ने सम्मानित किया है।
ई-मेल : amarnar@gmail.com