Shashiprakash Choudhary
1 Books
शशिप्रकाश चौधरी
जन्म : 11 मार्च, 1961 को झारखंड राज्य के गंगा तटवर्ती क़स्बाई शहर राजमहल में। बचपन संथाल परगना के वनवासियों के बीच प्रकृति के आँचल में गुज़रा।
शिक्षा : 1969 में औपचारिक शिक्षा की शुरुआत पितृग्राम मोतिया (गोड्डा) से हुई। मैट्रिक की परीक्षा 1976 में रेलवे हाईस्कूल, साहिबगंज से उत्तीर्ण की। सन् 1974 के जेपी आन्दोलन में भागीदारी। 1976 में पटना कॉलेज में दाख़िला।
1977 में फणीश्वरनाथ 'रेणु’ के निधन ने समाजवादी साहित्यिकों के संघर्ष एवं सपने के प्रति जुड़ाव एवं आस्था पैदा की। 1981 में पटना कॉलेज से हिन्दी में बी.ए. ऑनर्स की परीक्षा पास की। इसी बीच यक्ष्मा से ग्रसित होकर स्वास्थ्य लाभ के लिए राँची के बोरोसेता एवं बोरोसलइया में वर्ष भर का विश्राम। 1982 में दिल्ली आ गए और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के भाषा संस्थान में हिन्दी एम.ए. में दाख़िला लिया। 1985-88 में एम.फ़िल. की उपाधि के लिए डॉ. नामवर सिंह के निर्देशन में ‘गीतांजलि’ के हिन्दी अनुवादों पर शोध-अध्ययन। 1986 में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा हिन्दी के व्याख्याता पद पर चयन। 14 जुलाई, 1986 को राजकीय महाविद्यालय डूँगरपुर से अध्यापकीय जीवन की शुरुआत। अध्यापन अवधि के दौरान हैदराबाद से निकलनेवाली यशस्वी साहित्यिक पत्रिका ‘कल्पना’ पर अनुसन्धान अध्ययन डॉ. नामवर सिंह के निर्देशन में 1992 में सम्पन्न। विगत कई सालों से राजस्थान के डूँगरपुर, बयाना, भरतपुर, शाहपुरा (भीलवाड़ा), कोटा एवं बाराँ के शासकीय कॉलेजों में अध्यापन का सिलसिला जारी। फ़िलहाल कोटा विश्वविद्यालय, कोटा के हिन्दी विभाग के बी.ओ.एस. में। केसरी सिंह बारहठ स्मारक समिति शाहपुरा (भीलवाड़ा) के आजीवन सदस्य। हिन्दी की विविध पत्र-पत्रिकाओं में तीन दर्जन से अधिक साक्षात्कार, आलोचनात्मक आलेख, वैचारिकी और समीक्षाएँ प्रकाशित। दो दर्जन से अधिक रेडियो वार्ताएँ प्रसारित।