Shashiprabha Srivastav
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शशिप्रभा श्रीवास्तव
शशिप्रभा श्रीवास्तव जानी-मानी कथाकार हैं। इनके पहले कहानी संग्रह ‘शायद’ को मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने वर्ष 1992-93 के लिए ‘वागेश्वरी’ पुरस्कार से सम्मानित किया। दो वर्ष बाद उनका दूसरा संग्रह ‘तटबंध’ प्रकाशित हुआ।
उत्तर प्रदेश में जन्मी व शिक्षित शशिप्रभा श्रीवास्तव ने मध्यप्रदेश के गहन आदिवासी क्षेत्रों में कई वर्ष बिताए हैं। इस विविधता को उनकी भाषा, अभिव्यक्तिकरण और विषयवस्तु में सहज ही देखा जा सकता है। आदिवासी मानस व कला पर आपकी अच्छी समझ व पकड़ है।
यह कहना ज्यादा सही होगा कि उनके लेखन का ज्यादा भाग बच्चों के हिस्से में जाता है। अब तक बच्चों के नाटक के छह संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।
सम्प्रति आकाशवाणी, भोपाल व दूरदर्शन से सम्बद्ध। बच्चों और महिलाओं के लिए नाटक, कहानी और कविताओं के साथ विभिन्न समस्याओं पर गम्भीर विचार व कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं।
सम्पर्क : एम-368, गौतमनगर, चेतक ब्रिज के पास, भोपाल (म.प्र.)।