Ramdayal Munda
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रामदयाल मुण्डा
शिक्षा : लूथेरियन मिशन स्कूल, अमलेसा, तामर, रांची (1946-53); एस.एस. हाईस्कूल, खुन्ती, रांची (1953-57); एम.ए. (एनथ्रोपोलॉजी), रांची यूनिवर्सिटी, रांची (1957-63); एम.ए., पीएच.डी. (लिंग्विस्टिक) (1963-70); शिकागो यूनिवर्सिटी (यू.एस.ए.)।
अध्ययन और शोध : ‘साउथ एशियन लैंग्वेजेज़ एंड सीविलाइजेशन’, शिकागो यूनिवर्सिटी में 1963-70 तक रिसर्च सहायक। ‘साउथ एशियन स्टडीज’, मिन्नेसोटा विश्वविद्यालय, मिन्नेसोटा में सहायक व संयुक्त प्रोफ़ेसर के रूप में अध्यापन। 1970-1981 से 1999 तक ‘ट्राइवल एंड रिजीनल लैंग्वेजज़’, रांची विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर रहे। 1983 में आस्ट्रेलियन नेशनल विश्वविद्यालय, कैनबरा में विजिटिंग प्रोफ़ेसर। 1986 में साइरेकस विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफ़ेसर और 2001 में टोक्यो विश्वविद्यालय, जापान में विजिटिंग प्रोफ़ेसर।
फ़ेलोशिप : 1977-78 में ‘अमेरिकन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडियन स्टडीज’ से फ़ेलोशिप; 1996 में ‘युनाइटेड स्टेट एज्यूकेशन फ़ाउंडेशन इन इंडिया’ से फ़ेलोशिप तथा ‘जापान सोसाइटी फ़ॉर द प्रमोशन ऑफ़ साइंस’, टोक्यो से 2001 में फ़ेलोशिप।
अध्ययन व शोध विषय : ‘इंडियन लैंग्वेजेज़ एंड लिटरेचर’, ‘ट्राइवल पीपल्स ऑफ़ इंडिया’, ‘वर्ल्ड इंडिजिनियस मूवमेंट इन झारखंड मूवमेंट’।
प्रकाशित पुस्तकें : 13 पुस्तकें, जिनमें 3 पुस्तकों का सम्पादन किया; 51 पेपर्स; 7 पुस्तकों का हिन्दी, संस्कृत, बांग्ला और अंग्रेज़ी में अनुवाद।
प्रशासनिक कार्य : 1985-88 तक रांची विश्वविद्यालय में कुलपति। राष्ट्रीय/अन्तरराष्ट्रीय कमेटियों और संगठनों की मेम्बरशिप।