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Pushpa Jain
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पुष्पा जैन
सन् 1933 में एक परम्परागत जैन परिवार में जन्म। बिहार के एक जैन आश्रम में शिक्षा-
दीक्षा। एक गुजराती सहेली से उसकी भाषा सीखने के बाद विभिन्न भाषाएँ सीखने में रुचि
जगी। आगे बांग्ला और अन्य भाषाएँ भी सीखीं। शिक्षा के बाद पानीपत के एक स्कूल में
नौकरी की।
प्रमुख अनुवाद : ‘बारह बांग्ला श्रेष्ठ कहानियाँ’, ‘महाभारतकालीन समाज’, ‘बीता काल’,
‘महास्थविर जातक’, ‘कोजागर’ आदि।