जन्म : जुलाई, 1942
शिक्षा : एम.ए., एम. लिट् (भाषाविज्ञान), पी-एच.डी. (शैलीविज्ञान)।
विशेषज्ञता : भाषाविज्ञान, अनुवाद, कोशविज्ञान, शैलीविज्ञान, समाजभाषाविज्ञान, भाषाप्रौद्योगिकी, प्रयोजनमूलक हिन्दी और साहित्य।
प्रकाशित पुस्तकें : शैक्षिक व्याकरण और व्यावहारिक हिन्दी, शैलीविज्ञान और रामचन्द्र शुक्ल की भाषा, प्रयोजनमूलक हिन्दी और कार्यालयी हिन्दी, भाषा के विविध रूप और अनुवाद, आधुनिक हिन्दी : विविध आयाम, Code Switching in Lahanda Speech Community : A Sociolinguistic Survey,
अनुवादविज्ञान की भूमिका, हिन्दी का सामाजिक और भाषिक परिदृश्य आदि बारह पुस्तकें।
संपादित : साहित्य भाषा और साहित्य शिक्षण, दक्खिनी भाषा और साहित्य : विश्लेषण की दिशाएँ, जयशंकर प्रसाद : मूल्यांकन और मूल्यांकन, सागर मंथन : विवेचन और विश्लेषण, भारत की राजभाषा नीति, अनुवाद मूल्यांकन, अनुवाद की नई परंपरा और आयाम आदि।
सहसंपादित : अनुवाद सिद्धांत और समस्याएँ, कार्यालयी अनुवाद की समस्याएँ, अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, Translation and Interpreting आदि।
कोश : अंग्रेज़ी-पंजाबी : पंजाबी-अंग्रेज़ी शब्दकोश, अंग्रेज़ी-हिन्दी शब्दकोश।
शैक्षिक विदेश यात्रा : अमेरिका, स्वीडन, डेनमार्क, मॉरिशस, दक्षिण अफ्रीका, यूएई, नेपाल।
शैक्षिक सदस्यता : भारत सरकार, विश्वविद्यालयों और अनेक शैक्षिक संस्थाओं की समितियों में सक्रिय सदस्य।
शैक्षिक सेवा : प्रोफ़ेसर, विभागाध्यक्ष और क्षेत्रीय निदेशक, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान; प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, उच्च शिक्षा और शोध संस्थान तथा प्रोफ़ेसर एवं सलाहकार, प्रगत संगणक विकास केन्द्र (C-DAC)।
सम्प्रति : महासचिव एवं निदेशक, विश्व नागरी विज्ञान संस्थान, गुडगाँव-दिल्ली।