अजय शुक्ला
जन्म : 7 जुलाई, 1955 ! आपने लखनऊ विश्वविद्यालय से एम. ए. किया है तथा 1980 में आप भारतीय रेल यातायात सेवा में अधिकारी हुए ! वर्ष 2015 में सदस्य यातायात के पद से आप सेवानिवृत हुए तथा अब लखनऊ में रह रहे हैं !
आपकी रचनाएँ हैं :
हिंदी में
1. ''दूसरा अध्याय' : साहित्य कला परिषद द्वारा पुरस्कृत (नाटक)
2 ''ताजमहल का टेंडर': 'मोहन राकेश सम्मान' से पुरस्कृत (नाटक)
3. 'प्रश्नचिन्ह' (काव्य संग्रह)
4. 'प्रतिबोध' (काव्य)।
अंग्रेजी में :
i. Silent Raindrops
ii. Philosophy of Bhagavada Gita
iii. 4 Lane Expressway to Stress Management and Happiness
iv. E books - Yoga : Karma to Nirvana, Awakening, Muddle Management, My 'Life' as a Ghost, Smile
आकाशवाणी के लिए लिखे एकमात्र नाटक 'हम होंगे कामयाब' के लिए आप राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित !
संपर्क : आईवी-3, रेल विहार, सेक्टर एल.एल.डी.ए., आशियाना, लखनऊ-226012